भारत के प्रसिद्ध स्थान, भारत के ऐतिहासिक व प्रमुख स्थान।
भारत के प्रसिद्ध स्थान, भारत के ऐतिहासिक व प्रमुख स्थान। |
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धन्यवाद
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ऐतिहासिक पर्यटन स्थल:-
श्रवणबेलगोला (कर्नाटक) -
● यह स्थान विंध्यगिरि और चंद्रगिरि के मध्य स्थित है। विंध्यगिरि पर 7 तथा चंद्रगिरि पर 14 जैन मंदिर हैं।●शहर के मध्य में एक सुंदर श्वेत सरोवर के कारण यहां का नाम बेलगोला और फ़िर श्रवणबेलगोला पड़ा।
●कर्नाटक राज्य में मैसूर के निकट यह स्थान गोमतेश्वर बाहुबली की 58 फीट ऊंची पाषाण (ग्रेनाइट पत्थर) की प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है जो 10 वीं शताब्दी के मध्य निर्मित की गई
● यह एक पत्थर से निर्मित भारत की सबसे ऊंची प्रतिमा है
● इसका निर्माण चामुंडाराय के द्वारा करवाया गया था जो मैसूर के गंग वंश शासक के मंत्री थे
● इसी स्थान पर चंद्रगुप्त मौर्य ने भद्रबाहु से जैन धर्म की दीक्षा ग्रहण कर अपना अंतिम समय व्यतीत किया
● यहां हर 12 वर्ष के बाद जैन धर्म का सबसे बड़ा आयोजन (महामस्तकाभिषेक) आयोजित किया जाता है।
● गोमतेश्वर बाहुबली प्रथम जैन तीर्थंकर ऋषभदेव के पुत्र थे।
● कावेरी नदी के तट पर स्थित इस नगर को टीपू सुल्तान ने अपनी राजधानी बनाया था
● 1792 ई. में यहीं पर टीपू सुल्तान ने अंग्रेजों के साथ श्रीरंगपट्टनम की संधि की थी
● 1799 ई. में यहीं पर टीपू सुल्तान की अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ते हुए मृत्यु हुई
● यह विजयनगर की राजधानी थी जिसके अवशेषों पर ही मैसूर राज्य का उत्कर्ष हुआ था।
● यहां के स्मारकों को यूनेस्को के द्वारा विश्व धरोहर घोषित किया गया है।
● स्तूप उन अर्धचंद्राकार इमारतों को कहा जाता है जहां महात्मा बुध या अन्य किसी बोधिसत्व के अवशेषों को रखा जाता है
● यहां पर 11 वीं शताब्दी (1031ई.) में विमल शाह के द्वारा आदिनाथ जैन मंदिर तथा 13 शताब्दी (1230ई) में वास्तुपाल व तेजपाल के द्वारा नेमिनाथ जैन मंदिर (लुणावासी का मंदिर) का निर्माण कराया गया था।
● नेमिनाथ जैन धर्म के 22 तीर्थंकर थे
● दौरानी जिठानी का मंदिर, कारीगरों का मंदिर, एवं भीमाशाह द्वारा निर्मित 108 मण पीतल आदिनाथ का पीतल हाडा मंदिर यहीं पर स्थित है।
● यहां 1444 खंभों पर महाराणा कुंभा के द्वारा चौमुखा जैन मंदिर का निर्माण करवाया गया था
● विराटनगर के निकट भाब्रू स्थान पर अशोक के दो अभिलेख प्राप्त हुए हैं जिनमें अशोक द्वारा कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म स्वीकार किए जाने के बारे में जानकारी मिलती है।
● अशोक ने इसी घटना से प्रेरित होकर यहां सारनाथ स्तंभ का निर्माण करवाया
● इसी सारनाथ स्तंभ से भारत का राष्ट्रीय चिन्ह लिया गया है
● इस सारनाथ स्तंभ में स्थित अशोक चक्र में जो 24 तीलियां हैं जो महात्मा बुद्ध के 24 गुणों को व्यक्त करती है।
● इसका प्राचीन नाम प्रयाग था जिसका नाम अकबर ने बदलकर इलाहाबाद कर दिया
● भारतीय मानक समय का निर्धारण इसके निकट स्थित नैनी स्थान से किया गया है जो 82 ½ डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित है।
● इसे नवाबों का शहर भी कहते हैं जो 1857 की क्रांति का प्रमुख केंद्र था तथा अंतिम राज्य था जिसे अंग्रेजों ने अपने राज्य में मिलाया था।
● यहां पर इमामबाड़ा स्थित है जो वाजिद अली खान का मकबरा है
● दिलकुश महल भी यहीं पर स्थित है
● इसी घटना के बाद सिद्धार्थ को बुद्ध कहा जाने लगा था।
● यहां पर स्थित महाबोधि मंदिर को यूनेस्को के द्वारा विश्व धरोहर के रूप में शामिल किया गया है
● इसे बख्तियार खिलजी के द्वारा नष्ट कर दिया गया था
● 16वीं गुफा में मरणासन्न राजकुमारी को एवं 17वीं में गुफा में बुध के जीवन की घटनाओं को चित्रित किया गया है जो यहां की प्रमुख गुफाएं हैं
● यहां पर महात्मा बुध के पूर्व जन्म से संबंधित जातक कथाओं को चित्रित किया गया है।
● ब्रह्मा, विष्णु , महेश तीनों की गुफाएं यहां स्थित है।
● भारत का सबसे बड़ा गुफा मंदिर यहीं स्थित है जिसमें स्थित कैलाश मंदिर का निर्माण कृष्णदेव प्रथम (राष्ट्रकूट शासक) के द्वारा करवाया गया था।
● यह भारत की मुख्य भूमि का दक्षिणतम् छोर है।
● यहां पर विवेकानंद स्मारक बना हुआ है, जिसे विवेकानंद रॉक नाम से जाना जाता है।
● भारत का प्रसिद्ध संस्कृत प्रशिक्षण विश्वविद्यालय यहीं पर स्थित है।
● यहीं पर पटेल को सरदार की उपाधि (1928 में) प्रदान की गई थी
● भारत का सबसे दक्षिणतम बिंदु है जो वृहद निकोबार में स्थित है
● 13 अप्रैल 1919 को यही पर जनरल डायर नें अपने सैनिकों को गोलियां चलाने का आदेश दिया था।
● यहां हजरत बल दरगाह में हजरत मोहम्मद साहब का एक बाल सुरक्षित रखा हुआ है।
● यहां पर जहाँगीर द्वारा निर्मित शालीमार बाग व निशात बाग स्थित है।
● वुलर झील, डल झील, डचिग्राम वन्य जीव अभ्यारण स्थित है।
● अमरनाथ गुफा व वैष्णो देवी मंदिर के निकट ही स्थित है।
विश्व प्रसिद्ध स्थान:-
● इसका प्राचीन नाम इंद्रप्रस्थ था।
● यह तोमर वंश शासक अनंगपाल तोमर के द्वारा बसाई गई थी।
● इल्तुतमिश नें लाहौर के स्थान पर इसे अपनी राजधानी बनाया।
● 1912 में इसे भारत की राजधानी बनाया गया
● इसका निर्माण चामुंडाराय के द्वारा करवाया गया था जो मैसूर के गंग वंश शासक के मंत्री थे
● इसी स्थान पर चंद्रगुप्त मौर्य ने भद्रबाहु से जैन धर्म की दीक्षा ग्रहण कर अपना अंतिम समय व्यतीत किया
● यहां हर 12 वर्ष के बाद जैन धर्म का सबसे बड़ा आयोजन (महामस्तकाभिषेक) आयोजित किया जाता है।
● गोमतेश्वर बाहुबली प्रथम जैन तीर्थंकर ऋषभदेव के पुत्र थे।
श्रीरंगपट्टनम (कर्नाटक) -
● कावेरी नदी के तट पर स्थित इस नगर को टीपू सुल्तान ने अपनी राजधानी बनाया था
● 1792 ई. में यहीं पर टीपू सुल्तान ने अंग्रेजों के साथ श्रीरंगपट्टनम की संधि की थी
● 1799 ई. में यहीं पर टीपू सुल्तान की अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ते हुए मृत्यु हुई
बीजापुर (कर्नाटक) -
● यह सबसे बड़े गुम्बद के लिए जाना जाता है जिसे गोल गुंबद कहते हैं। जहां युसूफ आदिलशाह का मकबरा बना हुआहंपी (कर्नाटक) -
● 1336 ईस्वी में मोहम्मद तुगलक के शासन काल में दक्षिणी भारत में हरिहर और बुक्का के द्वारा स्थापित हिंदू राज्य।● यह विजयनगर की राजधानी थी जिसके अवशेषों पर ही मैसूर राज्य का उत्कर्ष हुआ था।
● यहां के स्मारकों को यूनेस्को के द्वारा विश्व धरोहर घोषित किया गया है।
खारगोन (मध्य प्रदेश) -
● यहां प्रथम जैन तीर्थंकर ऋषभदेव की 84 फीट ऊंची प्रतिमा स्थित है जिससे बावनगजा जी के नाम से भी जाना जाता हैसांची (मध्यप्रदेश) -
● यहां पर अशोक के द्वारा एक विशाल बौद्ध स्तूप का निर्माण करवाया गया था जो अशोक द्वारा निर्मित 84000 बौद्ध स्तूपों में सबसे प्रसिद्ध है।● स्तूप उन अर्धचंद्राकार इमारतों को कहा जाता है जहां महात्मा बुध या अन्य किसी बोधिसत्व के अवशेषों को रखा जाता है
खजुराहो (मध्य प्रदेश) -
● चंदेल वंश के शासकों की राजधानी तथा उनके द्वारा निर्मित हिंदू मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है जिनमें धुंधदेव द्वार निर्मित कंदरिया महादेव का मंदिर प्रसिद्ध है।देलवाड़ा आबू पर्वत (सिरोही - राजस्थान) -
● प्राचीन व कलात्मक सफेद संगमरमर पत्थरों से निर्मित मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है।● यहां पर 11 वीं शताब्दी (1031ई.) में विमल शाह के द्वारा आदिनाथ जैन मंदिर तथा 13 शताब्दी (1230ई) में वास्तुपाल व तेजपाल के द्वारा नेमिनाथ जैन मंदिर (लुणावासी का मंदिर) का निर्माण कराया गया था।
● नेमिनाथ जैन धर्म के 22 तीर्थंकर थे
● दौरानी जिठानी का मंदिर, कारीगरों का मंदिर, एवं भीमाशाह द्वारा निर्मित 108 मण पीतल आदिनाथ का पीतल हाडा मंदिर यहीं पर स्थित है।
रण कपूर (पाली- राजस्थान) -
● राजस्थान राज्य की पाली जिले में स्थित इस स्थान को स्तंभों का नगर कहा जाता है● यहां 1444 खंभों पर महाराणा कुंभा के द्वारा चौमुखा जैन मंदिर का निर्माण करवाया गया था
भाब्रू (जयपुर - 【राजस्थान】 के निकट)
● छठी शताब्दी ईसा पूर्व मत्स्य महाजनपद की राजधानी विराटनगर थी।● विराटनगर के निकट भाब्रू स्थान पर अशोक के दो अभिलेख प्राप्त हुए हैं जिनमें अशोक द्वारा कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म स्वीकार किए जाने के बारे में जानकारी मिलती है।
सम्मेद शिखर (झारखंड) -
● इस स्थान पर जैन धर्म के 24 तीर्थकरो में से 20 तीर्थकरो को निर्वाण प्राप्त हुआ थानोट - आदिनाथ, नेमिनाथ, वासुपूज्य व महावीर स्वामी को छोड़कर जिन्हें से क्रमशः कैलाश पर्वत, गिरनार, चंपा एवं पावापुरी में निर्माण प्राप्त हुआ था
● यह जैन धर्म का सबसे महत्वपूर्ण स्थल है जिसे जैन धर्म का मक्का - मदीना कहा जाता हैसारनाथ (उत्तर प्रदेश)-
● यहां पर महात्मा बुद्ध के द्वारा प्राप्त ज्ञान का धर्म के रूप में पहला उपदेश 5 ब्राह्मणों को दिया गया था जिसे धर्म चक्र प्रवर्तन कहा जाता है● अशोक ने इसी घटना से प्रेरित होकर यहां सारनाथ स्तंभ का निर्माण करवाया
● इसी सारनाथ स्तंभ से भारत का राष्ट्रीय चिन्ह लिया गया है
● इस सारनाथ स्तंभ में स्थित अशोक चक्र में जो 24 तीलियां हैं जो महात्मा बुद्ध के 24 गुणों को व्यक्त करती है।
इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) -
● गंगा - यमुना व सरस्वती नदियों के संगम पर स्थित होने तथा हर 12 वर्ष के बाद कुंभ के मेले के आयोजन के कारण इसका विशेष महत्व है● इसका प्राचीन नाम प्रयाग था जिसका नाम अकबर ने बदलकर इलाहाबाद कर दिया
नोट - योगी आदित्यनाथ ने इसका नाम इलाहाबाद से बदलकर प्रयागराज कर दिया है।
● ऐतिहासिक दृष्टि से भी यह महत्वपूर्ण स्थल है क्योंकि यहां पर अशोक, समुद्रगुप्त एवं जहांगीर तीनों के अभिलेख प्राप्त हुए हैं● भारतीय मानक समय का निर्धारण इसके निकट स्थित नैनी स्थान से किया गया है जो 82 ½ डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित है।
बनारस (उत्तर प्रदेश) -
● इसे काशी तथा वाराणसी के नाम से भी जाना जाता है जो गंगा नदी के तट पर बसा हुआ है जहां पर मदन मोहन मालवीय के द्वारा हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थीनोट - कांचीपुरम को दक्षिणी भारत का वाराणसी कहते हैं जिसे स्वर्ण नगरी के नाम से भी जाना जाता है
लखनऊ (उत्तर प्रदेश) -
● ब्रिटिश काल में इसे अवध के नाम से जाना जाता था● इसे नवाबों का शहर भी कहते हैं जो 1857 की क्रांति का प्रमुख केंद्र था तथा अंतिम राज्य था जिसे अंग्रेजों ने अपने राज्य में मिलाया था।
● यहां पर इमामबाड़ा स्थित है जो वाजिद अली खान का मकबरा है
● दिलकुश महल भी यहीं पर स्थित है
बोद्ध गया (बिहार) -
● इस स्थान पर महात्मा बुद्ध ने पीपल वृक्ष के नीचे केवल्य ज्ञान की प्राप्ति की थी।● इसी घटना के बाद सिद्धार्थ को बुद्ध कहा जाने लगा था।
● यहां पर स्थित महाबोधि मंदिर को यूनेस्को के द्वारा विश्व धरोहर के रूप में शामिल किया गया है
विक्रमशिला (बिहार) -
● धर्मपाल नामक शासक के द्वारा यहां पर विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना की गई जो बौद्ध धर्म की शिक्षा का केंद्र था● इसे बख्तियार खिलजी के द्वारा नष्ट कर दिया गया था
सासाराम/सहसाराम (बिहार) -
● शेरशाह सूरी के द्वारा अपना स्वयं का एक मकबरा झील के मध्य बनवाया गया।अजंता (महाराष्ट्र - औरंगाबाद के निकट) -
● कुल 29 गुफाएं हैं जो महायान धर्म से संबंधित हैं जहां भारत की प्राचीनतम गुफाएं स्थित हैं● 16वीं गुफा में मरणासन्न राजकुमारी को एवं 17वीं में गुफा में बुध के जीवन की घटनाओं को चित्रित किया गया है जो यहां की प्रमुख गुफाएं हैं
● यहां पर महात्मा बुध के पूर्व जन्म से संबंधित जातक कथाओं को चित्रित किया गया है।
एलोरा (औरंगाबाद - महाराष्ट्र) -
● यह स्थान बौद्ध धर्म, जैन धर्म तथा हिंदू धर्म से संबंधित गुफाओं के लिए प्रसिद्ध है।● ब्रह्मा, विष्णु , महेश तीनों की गुफाएं यहां स्थित है।
● भारत का सबसे बड़ा गुफा मंदिर यहीं स्थित है जिसमें स्थित कैलाश मंदिर का निर्माण कृष्णदेव प्रथम (राष्ट्रकूट शासक) के द्वारा करवाया गया था।
एलिफेंटा (महाराष्ट्र- मुंबई के निकट) -
● यह स्थान शिव की विविध रूपों की मूर्तियों से युक्त गुफाओं के लिए प्रसिद्ध है जिन्हें विश्वधरोहर घोषित किया गया है।रत्नागिरी (महाराष्ट्र) -
● इस स्थान पर लगभग 150 फीट ऊंची स्तूप बना हुआ है जो विश्व शांति को समर्पित है।वर्धा (महाराष्ट्र) -
● इस स्थान पर महात्मा गांधी ने सेवाग्राम आश्रम की स्थापना की थी तथा अपना अधिकांश समय व्यतीत किया था।रामेश्वरम (तमिलनाडु) -
● यह स्थान हिंदू धर्म का प्रसिद्ध स्थल है जहां पर लंका विजय से पूर्व श्री राम ने शिवलिंग की स्थापना की थी।महाबलिपुरम (तमिलनाडु) -
● यह स्थान रथ मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है जिनका निर्माण नरसिंह वर्मन के द्वारा करवाया गया था।तंजौर (तमिलनाडु) -
● चोल शासकों की राजधानी जहां का वृहदेश्वर मंदिर प्रसिद्ध है जिसका निर्माण चोल शासक राजराज प्रथम के द्वारा करवाया गया इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया।कन्या-कुमारी (तमिलनाडु) -
● इसे कुमार अंतरदीप के नाम से भी जाना जाता है, यहां अरब सागर, बंगाल की खाड़ी व हिंद महासागर तीनों का संगम होता है● यह भारत की मुख्य भूमि का दक्षिणतम् छोर है।
● यहां पर विवेकानंद स्मारक बना हुआ है, जिसे विवेकानंद रॉक नाम से जाना जाता है।
तिरुपति (आंध्रप्रदेश) -
● यह स्थान वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।● भारत का प्रसिद्ध संस्कृत प्रशिक्षण विश्वविद्यालय यहीं पर स्थित है।
कोणार्क (उड़ीसा) -
● यह स्थान नरसिंह वर्मन के द्वारा निर्मित सूर्य मंदिर तथा ब्लैक पैगोडा के मंदिरो के लिए जाना जाता है।बारडोली (गुजरात)-
● सरदार पटेल के नेतृत्व में यहां पर बारदोली सत्याग्रह प्रारंभ किया गया था।● यहीं पर पटेल को सरदार की उपाधि (1928 में) प्रदान की गई थी
इंदिरा प्वाइंट (अंडमान निकोबार) -
● इसे पहले पिगमेलियन पॉइंट के नाम से जाना जाता था लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर इंदिरा पॉइंट कर दिया गया।● भारत का सबसे दक्षिणतम बिंदु है जो वृहद निकोबार में स्थित है
अमृतसर (पंजाब) -
● अकबर ने चतुर्थ सिक्ख गुरु रामदास को जो 500 बीघा भूमि दान में दी थी वहां उन्होंने अमृतसर नगर बसाया था जो अर्जुन देव द्वारा निर्मित स्वर्ण मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।● 13 अप्रैल 1919 को यही पर जनरल डायर नें अपने सैनिकों को गोलियां चलाने का आदेश दिया था।
श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर) -
● मौर्य शासक अशोक द्वारा झेलम नदी के तट पर यह नगर बसाया गया था जो जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी है।● यहां हजरत बल दरगाह में हजरत मोहम्मद साहब का एक बाल सुरक्षित रखा हुआ है।
● यहां पर जहाँगीर द्वारा निर्मित शालीमार बाग व निशात बाग स्थित है।
● वुलर झील, डल झील, डचिग्राम वन्य जीव अभ्यारण स्थित है।
● अमरनाथ गुफा व वैष्णो देवी मंदिर के निकट ही स्थित है।
विश्व प्रसिद्ध स्थान:-
दिल्ली -
● सर्वाधिक बार बसाई व उजाड़ी गई नगरी● इसका प्राचीन नाम इंद्रप्रस्थ था।
● यह तोमर वंश शासक अनंगपाल तोमर के द्वारा बसाई गई थी।
● इल्तुतमिश नें लाहौर के स्थान पर इसे अपनी राजधानी बनाया।
● 1912 में इसे भारत की राजधानी बनाया गया
● यहां निम्न दर्शनीय स्थल हैं -
◆ महरौली लौह स्तंभ (चंद्रगुप्त विक्रमादित्य द्वारा निर्मित)◆ निजामुद्दीन औलिया का मकबरा
◆ सल्तनत कालीन प्रथम इमारत (कुवत -उल- इस्लाम)
◆ सुल्तान गढ़ि या नसीरुद्दीन का मकबरा (इल्तुतमिश का पुत्र)
◆ कुतुबुद्दीन ऐबक इल्तुतमिश द्वारा निर्मित कुतुबमीनार
◆ शाहजहां द्वारा निर्मित लाल किला,जामा मस्जिद
◆ औरंगजेब द्वारा निर्मित मोती मस्जिद
◆ प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुये लोगों की स्मृति में निर्मित इंडिया गेट
◆ जयसिंह द्वितीय द्वारा निर्मित जंतर मंतर
शांतिनिकेतन (पश्चिम बंगाल) -
● इस स्थान पर रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा विश्व भारती विश्वविद्यालय की स्थापना की गई।औरोविले (पांडुचेरी) -
● क्रांतिकारी गतिविधियों को त्याग कर सन्यासी जीवन व्यतीत करने वाले अरविंद घोष ने यहां पर आश्रम की स्थापना की थी।● यहां पर उन्होंने अपना अंतिम समय व्यतीत किया था।
● लाइफ डिवाइन पुस्तक लिखी थी।
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